रायपुर में बेरोगारी और भ्रष्टाचार को लेकर प्रदर्शन, भाजयुमो ने मुख्यमंत्री आवास घेरा

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के विरोध में मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के चार सौ से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और बाद में उन्हें रिहा कर दिया। रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यहां विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने की कोशिश करने के दौरान एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि भाजयुमो के मुख्यमंत्री निवास घेराव कार्यक्रम को देखते हुए यहां 2,500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था और मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने वाली कई सड़कों को बंद कर दिया गया था।
उन्होंने बताया कि भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व में आगे बढ़ रहे मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं को आकाशवाणी चौक पर रोका गया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आकाशवाणी चौक एवं शहर के अन्य स्थानों पर बैरिकेड लगाए गए थे।

रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद अरुण साव, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी सहित 461 प्रदर्शनकारियों को औपचारिक रूप से हिरासत में लिया गया और उन्हें यहां के केंद्रीय जेल परिसर में ले जाया गया। उनके अनुसार बाद में उन्हें बिना शर्त रिहा कर दिया गया।
अग्रवाल ने बताया कि कई स्थानों पर स्थिति नियंत्रित करने के प्रयास में 15 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले भाजयुमो कार्यकर्ता रायपुर नगर निगम कार्यालय के पास एकत्र हुए और मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करने से पहले एक बड़ी रैली की गई।

रैली में सूर्या ने बघेल पर तंज कसते हुए कहा कि वह अब मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि सोनिया गांधी के ‘कलेक्शन मास्टर’ बन गए हैं। सूर्या ने कहा, ”मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री से ‘कलेक्शन मास्टर’ हो गए हैं। वह मुख्यमंत्री नहीं हैं, बल्कि सोनिया गांधी के कलेक्शन मास्टर हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस पार्टी का एटीएम बना दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है और इस सरकार के हर विभाग में ‘माफिया राज’ है।

उन्होंने कहा कि भाजयुमो इस सरकार को खाली सरकारी पदों को भरने तथा गैर-नियमित और संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए तीन महीने का अल्टीमेटम दे रहा है अन्यथा फिर से एक विरोध प्रदर्शन होगा। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, पार्टी की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, अरुण साव और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी रैली को संबोधित किया। नेताओं ने राज्य सरकार पर युवाओं को नौकरी देने और बेरोजगारों को भत्ता देने के अपने वादे को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।

भाजपा ने एक बयान में दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया जिसमें उसके दो नेता घायल हो गए। हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर बेंत या पानी की बौछार करने से इनकार किया है। भाजयुमो के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि जब भाजपा सत्ता में थी तब छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत थी और अब कांग्रेस के शासन में यह घटकर 0.78 प्रतिशत हो गई है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए चौबे ने सवाल किया कि भाजयुमो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास का घेराव कब करेगा क्योंकि उन्होंने 2014 में हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा करने में विफल रहे।

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