छत्तीसगढ़ पुलिस ने सीआईएसएफ की आरक्षक भर्ती में धोखाधड़ी करने वाले एक गैंग पर्दाफाश किया है। पुलिस को इस बीच बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले सरगना सहित छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में पता चला है कि धोखाधड़ी करने वाले लोग फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोगों को ठगते थे। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से फर्जी आधार कार्ड एवं भर्ती से संबंधित फर्जी दस्तावेज और नगदी बरामद किया है।
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि 18 मई को प्रार्थी लोकेश कुमार कुर्रे ने उतई थाने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल आरटीसी भिलाई में भर्ती बोर्ड आरक्षक जीडी 2021 की परीक्षा थी। 8 मई को टेस्ट हेतु रिपोर्ट किए गए अभ्यार्थीयों का बायोमेट्रीक टेस्ट हुआ थाा। इस दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल भोपाल द्वारा उपलब्ध कराए गए फिंगर प्रिंट तथा फोटो का मिलान नहीं हो पाया। पता चला कि भर्ती बोर्ड को धोखा देकर प्रार्थी को चयन प्रक्रिया में शामिल कराया गया था। इसके लिए कुछ लोगों ने उससे पांच लाख रुपये लिए थे। इस मामले में उतई पुलिस नो आरोपितों के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 120 बी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था।
प्रार्थी के बताए आधार पर आरोपित चन्द्रशेखर सिंह (20) निवासी गणेश कालोनी आगरा थाना ताज गंज, वीर निषाद (20) निवासी उमरायपुरा थाना पिठोरा जिला आगरा, महेन्द्र सिंह (19) निवासी ग्राम-रामपुर थाना निवोहरा जिला आगरा, अजीत सिंह (19) निवासी ग्राम-एतमापुर अजनेरा थाना समसाबाद जिला आगरा,दुर्गेश सिंह(31) निवासी खान्द कपरा थाना अम्बा जिला मुरैना (म.प्र) व हरिओम (25) निवासी रामनरी थाना फिडोरा जिला आगरा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। मुख्य आरोपित दुर्गेश सिंह तोमर उर्फ ब्रिजेश उर्फ झाडी एवं हरिओम ने बताया कि सीआइएसएफ में भर्ती कराने के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी से पांच पांच लाख रुपए में नौकरी लगाने की बात करके फर्जी दस्तावेज तैयार धोखाधड़ी करते थे।