छत्तीसगढ़ के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि देश में सर्वाधिक लघु वनोपज की खरीद छत्तीसगढ़ में हो रही हैं। अकबर ने जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा के नव निर्वाचित संचालक मण्डल के सदस्यों को पदभार ग्रहण कराते हुए कल यहां कहा कि पिछले तीन सालों में अकेले छत्तीसगढ़ में देश के 74 प्रतिशत लघु वनोपज की खरीदी की जा रही है। लघु वनोपज खरीदी में छत्तीसगढ़ का देश में पहला स्थान है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मंत्री ने स्वयं मुख्यमंत्री को लघु वनोपज प्रोत्साहन के लिए पुरस्कार प्रदान किया है।
उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगभग 13 लाख 50 हजार से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहक हैं। इसके अलावा लघु वनोपज के संग्रहण के लिए लगभग 4 लाख 50 हजार महिला समूह कार्यरत् हैं। वनोपज की खरीदी कर इसकी वैल्यु एडिशन किया जाता है और वैल्यूएडिशन से प्राप्त राशि को समूह को दी जाती है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने वायदे के अनुसार तेंदूपत्ता का समर्थन मूल्य ढाई हजार प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर चार हजार प्रति मानक बोरा किया है।
अकबर ने इसके अलावा जिले के बैगा जनजाति के 111 युवक-युवतियों को कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में शाला संगवारी के रूप में चयनितों युवाओं को प्रमाण पत्र वितरण किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होने इस मौके पर कहा कि विशेष पिछड़ी जनजातियों के सामाजिक उत्थान की दिशा में इस वर्ग के पढ़े-लिखे युवक-युवतियों को चतुर्थ एवं तृतीय वर्ग शासकीय नौकरी में सीधी भर्ती करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि शाला संगवारी के रूप में स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने से विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति वर्ग के युवक-युवतियों में उत्साह देखा जा रहा है। जिला प्रशासन स्तर पर यह कदम उनके जीवन उत्थान की दिशा में सकारात्मक कदम साबित होगा।