छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में बाघ के हमले में 37 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गयी। वन विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। मनेंद्रगढ़ मंडल के वन अधिकारी (डीएफओ) लोकनाथ पटेल ने कहा कि यह घटना शुक्रवार शाम को मनेंद्रगढ़ वन प्रभाग के कोल्हारी सर्किल के अंतर्गत काचोद गांव में हुई। उन्होंने कहा कि मृतक की पहचान बुधराम अगारिया के रूप में हुई है जो स्थानीय निवासी था।
डीएफओ लोकनाथ पटेल के मुताबिक प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अगारिया मछली पकड़ने के लिए अपने गांव के पास गुंडरू नदी पर गया था। लेकिन, देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू की गई। लोकनाथ पटेल ने कहा, तलाशी के दौरान जंगल में अगारिया का क्षत-विक्षत शव मिला। जिस जगह से उसका शव बरामद किया गया था, उसके पास एक बाघ के पंजे के निशान भी देखे गए थे।
डीएफओ ने कहा कि दो दिन पहले संभाग के कोल्हारी सर्कल के जंगल में बाघ के पंजों के निशान देखे गए थे, जिसके बाद वन कर्मियों को क्षेत्र की तलाशी लेने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को सूर्यास्त के बाद घर से बाहर निकलने से बचने की हिदायत दी गई थी। लोकनाथ पटेल ने कहा कि बाघ के हमले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी। जबकि शेष 5.75 लाख रुपये की राशि आवश्यक औपचारिकताएं पूरी होने के बाद जारी की जाएगी।
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