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रमन सरकार में हुए छह हजार करोड़ के चिटफंड घोटाले की जांच करे ईडी : सीएम बघेल

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य की पूर्ववर्ती रमन सरकार के कार्यकाल में छह हजार करोड़ रूपए के चिटफंड घोटाले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)से जांच की मांग की हैं। सीएम बघेल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रमन सरकार के कार्यकाल में छह हजार करोड़ रूपए से ज्यादा चिंडफंड कम्पनियों ने आम निवेशकों से लूट लिया। पूर्व मुख्यमंत्री और उनके परिजनों ने इन कम्पनियों के तमाम कार्यक्रमों में शिरकत की और एक तरह से ब्रांड एम्बेसडर के रूप काम किया। उन्होने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद जब इन कम्पनियों की परिसम्पत्तियों का पता लगवाया गया तो महज 40 करोड़ रूपए की ही मिली।

उन्होने कहा कि इससे साफ हैं कि मनी लान्ड्रिग हुई है। यह गंभीर मामला है और इसकी जांच ईडी को करना चाहिए। उन्होने इसके साथ ही सवाल किया कि क्या डा.सिंह इसके लिए तैयार हैं। उन्होने न्यूज एंकर की न्यायालय से वारंट होने के बावजूद गिरफ्तारी से बचाने पर उ.प्र. पुलिस की कड़ी आलोचना की और कहा कि भाजपा की सरकारों के लिए अदालतों का आदेश मायने नही रखता। उन्होने कहा कि नूपुर शर्मा मामले में उच्चतम न्यायलय की टिप्पणियों के बाद जिस तरह से भाजपा एवं उनके अनुवांशिक संगठनों ने हाय तौबा मचाया हैं, उससे साफ है कि इनकी मंशा संविधान एवं न्यायालय को कमजोर करने की हैं।

सीएम बघेल ने रसोई गैस की कीमतों में हुई व़ृद्दि के लिए मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये वोट किसी और मुद्दे पर मांगते है और सत्ता में आने के बाद आम जनता की जन्दिगी में हर तरफ से मुश्किल पैदा करने की कोशिश करते है। उन्होने कहा कि सरकार ट्रेन नही चला पा रही है, एयरपोर्ट चला नही पा रही है और नीलाम कर रही है किसानों को खाद और उनकी उपज का लाभकारी मूल्य दे नही पा रही है और अब नौजवानों को ठगने के लिए उन्हे अग्निवीर बनाने जा रही है।

Chhattisgarh News: कोयले के स्टाक में गड़बड़ी पर छत्तीसगढ़ की कोल वाशरियों और कोल डिपो पर छापे

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छत्तीसगढ़ सरकार ने कोल वाशरियों और कोल डिपो में गड़बड़ी की शिकायत पर छापे की कार्रवाई की है। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कई कोल वाशरियों और कोल डिपो पर आकस्मिक रूप से दबिश दी गई। उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह कार्रवाई कोल वाशरियों और कोल डिपो में कोयले के स्टाक में गड़बड़ी सहित अन्य शिकायतों को देखते हुए की गई है। उन्होंने बताया कि राज्य के बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ और जांजगीर-चांपा जिले में स्थित कोल वाशरियों तथा कोल डिपो में खनिज, राजस्व, पुलिस और जीएसटी विभाग के अधिकारियों की संयुक्त दलों ने दबिश दी और कोयले के स्टाक सहित आवक-जावक, पर्यावरण नियम के उल्लंघन, भूमि संबंधी दस्तावेजों में कमियां, वेवब्रिज के कैलिब्रेशन में अंतर और अन्य कमियों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की है।

अधिकारियों ने बताया कि खनिज विभाग द्वारा राज्यभर की कोल वाशरियों और कोल डिपो की जांच-पड़ताल के लिए 10 राज्य स्तरीय टीम गठित की गई हैं, उनमें खनिज विभाग के 50 अधिकारी शामिल हैं, जो संबंधित इलाकों के राजस्व, पुलिस और जीएसटी विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर कोल वाशरियों और कोल डिपो की जांच-पड़ताल में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि संयुक्त टीम ने आज बिलासपुर जिले के गतौरा और हिंडाडीह स्थित हिन्द एनर्जी, हिन्द मल्टी, क्लीन कोल वाशरियों तथा गतौरी स्थित सत्या पावर कोल वाशरी, फील वाशरी में जांच-पड़ताल की कार्रवाई की। अधिकारियों ने बताया कि इसी तरह अधिकारियों की संयुक्त टीम ने जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा स्थित मेसर्स क्लीन कोल इंटरप्राईजेस, मेसर्स हिन्द एनर्जी एण्ड कोल बेनिफिकेशन के यहां दबिश देकर कोल स्टाक की जांच की। रायगढ़ जिले की कोल वाशरियों और कोल डिपो में भी जांच-पड़ताल की कार्रवाई जारी है।

उन्होंने बताया कि इसी तरह कोरबा जिले में अधिकारियों के संयुक्त दल ने कोल वाशरी दीपका, गेवरा, चाकाबुर्रा, रैकी, रतीजा, मारुति, इंडस उद्योग एंड प्राइवेट लिमिटेड, कोठरी तथा पावर प्लांट चकाबूरा, रतीज़ा पावर, मारुति और रेकी पावर में अधिक मात्रा में कोल स्टॉक, पर्यावरण के नियमों का उल्लंघन, भूमि संबंधी दस्तावेजों में कमियां, वेवब्रिज के कैलीब्रेशन में अंतर तथा अन्य कमियों की सघन जांच-पड़ताल की कार्रवाई की है। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह छापा छत्तीसगढ़ सरकार का कोल माफ़ियाओं के खिलाफ कार्रवाई है। अधिकारियों ने बताया कि इन उद्योगों के खिलाफ पिछले डेढ़ माह से कोयला चोरी, पर्यावरण नियमों के उल्लंघन और कर चोरी की शिकायतें मिल रही थी। जीएसटी विभाग ने इन परिसरों से दस्तावेज भी जब्त किए। कार्रवाई का विवरण बाद में साझा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने जिन कोल वाशरियों पर छापा मारा है इनमें इंडस उद्योग प्राइवेट लिमिटेड और सत्या पावर कोल वाशरी भी शामिल हैं, जो सूर्यकांत तिवारी, एसीबी प्राइवेट लिमिटेड और हिंद एनर्जी की है।

शासकीय कार्यालयों में हितग्राहियों का काम आसानी से होना सुनश्चिति करें अधिकारी : सीएम बघेल

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शासकीय कार्यालयों में हितग्राहियों का काम आसानी से होना चाहिए, इसके लिए कार्यालयों में सकारात्मक वातावरण बनना चाहिए। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत दौरे पर पहुंचे सीएम बघेल ने यहां जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षकों की उपस्थिति सुनश्चिति करें, जाति प्रमाण पत्र के कार्य नियमित रूप से हों। उपजातियों को भी प्रमाणपत्र मिलना चाहिए।

तेंदूपत्ता का बोनस और पारश्रिमिक वितरण त्वरित रूप से किया जाना सुनश्चिति करें, जंगली जानवर हमले में क्षतिपूर्ति के मुआवजा के प्रकरण लंबित न रहें। सीएम बघेल ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी शासन तंत्र का अभिन्न अंग हैं। राज्य सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना लागू करने का निर्णय लिया गया है, ताकि अधिकारियों-कर्मचारियों का भविष्य सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी विभागीय दौरों के दौरान आम जनता से संवाद बना के रखें। राशन कार्ड के प्रकार और पात्रता बताने जागरूकता अभियान चलाएं। राशन कार्ड में परिवार के सभी सदस्यों के नाम होना सुनिश्चित करें, कोई भी सदस्य न छूटे नहीं, बहरासी में महिला ने नाम दर्ज न होने शिकायत की थी। विद्युत कनेक्शन जहां सम्भव हो वहां पहुंचाएं।

उन्होने राजस्व प्रकरणों की समीक्षा के दौरान कहा कि ग्राम सभा को अविवादित नामांतरण बटवारे के अधिकार पहले से हैं, इस विषय मे कोई दुविधा नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि गर्म भोजन से कुपोषण दूर होगा, इस दिशा में लगातार बेहतर कार्य हों। आत्मानंद स्कूल के साथ और स्कूल भी अच्छे से चलने चाहिए। जिले में हाट बाजार क्लीनिक का अच्छा कार्य हुआ है। उन्होंने अधिकारियों से हाट बाजार क्लिनिक का व्यापक प्रचार करने को कहा।

सीएम बघेल ने रोबोटिक्स लैब का किया निरीक्षण, स्कूल कैम्पस में उड़ाया ड्रोन

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मनेन्द्रगढ़ स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी स्कूल में बच्चों के आग्रह पर मुख्यमंत्री हैक्ज़ाकॉप्टर ड्रोन पायलट के रोल में नज़र आए। मुख्यमंत्री ने आसमान की ऊंचाइयों तक ड्रोन उड़ाकर स्कूल कैम्पस में सफलतापूर्वक लैंड कराया। दरअसल मुख्यमंत्री आज स्वामी आत्मानन्द स्कूल के निरीक्षण के दौरान वहां रोबोटिक्स लैब में पहुंचे। जहां धैर्य और अविनीष ने उन्हें अपने द्वारा बनाये हैक्ज़ाकॉप्टर ड्रोन के टेक्निकल पहलुओं से अवगत कराया। बच्चों ने बताया कि इस ड्रोन में कैमरा लगा है और इसे सिक्योरिटी तथा सिनेमेटोग्राफी के लिए उपयोग किया जा सकता है। बच्चों ने मुख्यमंत्री से ड्रोन ऑपरेट करने का आग्रह करते हुए कहा की सर इसे उड़ाना बहुत सिंपल है।

मुख्यमंत्री बच्चों की बात टाल न सके और बच्चों के साथ स्कूल कैम्पस के ग्राउंड में आ गए। वहां उन्होंने धैर्य मार्गदर्शन में ड्रोन का रिमोट संभाला। पहले मुख्यमंत्री लो फ्लाइंग कराते हुए ड्रोन को स्कूल बिल्डिग की हाइट तक लेकर गए। फिर उन्होंने धैर्य से पूछा – ये और ऊपर भी जाता है ? धैर्य ने उन्हें बताया कि इसकी रेंज आसमान में डेढ़ किलोमीटर तक है। मुख्यमंत्री ड्रोन को आकाश की ऊंचाइयों तक लेकर गए। ड्रोन ऊपर जाता देख सभी रोमांच से भर गए और तालियां गूंज उठी। मुख्यमंत्री ने ऊंचाई से ड्रोन को स्टेप बाय स्टेप नीचे लाया और स्कूल कैम्पस में सफलतापूर्वक लैंड करवाया। सभी ने खूब उत्साह से मुख्यमंत्री की इस पूरी ड्रोन फ्लाइट का आनंद लिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के टेक्निकल स्किल की सराहना करते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य के शुभकामनाएं दी।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने की एक सरपंच की हत्या

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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों ने गांव के एक सरपंच की कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। बस्तर क्षेत्र पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि बीजापुर जिले के तोयनार थाना क्षेत्र के मोरमेड़ गांव के सरपंच रतिराम कुड़ीयाम (36) की नक्सलियों ने कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी है।

सुंदरराज ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि मंगलवार रात हथियारबंद नक्सलियों का एक समूह कुड़ीयाम के घर में पहुंचा और रस्सी या तार से गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह जब पुलिस को घटना की सूचना मिली, तब घटनास्थल पर पुलिस का एक दल भेजा गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने पुलिस का मुखबीर होने के शक में कुड़ीयाम की हत्या की है। सुंदरराज ने बताया कि हमलावर नक्सलियों को पकड़ने के लिए क्षेत्र में तलाश अभियान शुरू कर दिया गया है।

Chhattisgarh News: अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस विधायक के बयान पर बवाल, भाजपा ने जताया विरोध, एनआईए को लिखा लेटर

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छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के एक विधायक ने कथित रूप से ​अग्निपथ योजना का उस तरह से विरोध करने के लिए कहा है जैसे बिहार में वाहन जलाकर किया गया था। इस संबंध में एक वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को पत्र लिखकर वीडियो का संज्ञान लेने और आंदोलन के दौरान देश में हुई हिंसा में कांग्रेस की भूमिका की जांच करने का आग्रह किया है।

वीडियो में कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी अपने निर्वाचन क्षेत्र बीजापुर के बस स्टैंड में सोमवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए राष्ट्रव्यापी आंदोलन में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कथित रूप से यह टिप्पणी की थी। वीडियो में मंडावी कहते दिखाई देते हैं, मैं आपसे अपील करना चाहता हूं कि इस योजना के बारे में लोगों को बताएं। आने वाले समय में इसका विरोध करने के लिए हम सब को सड़क पर उतरना चाहिए। जिस तरह के दूसरे राज्यों और बिहार में वहां के युवा विरोध कर रहे हैं, गाड़ियां जला रहे हैं। जिस तरह से वह खुल कर सामने आ रहे हैं। उसी तरह का विरोध सब जगह होना चाहिए। हालांकि बाद में जब मंडावी से संपर्क किया गया तब उन्होंने कहा कि वीडियो को संपादित किया गया है। मंडावी ने कहा कि उन्होंने इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों को योजना के दोषों के बारे में जागरूक करने तथा इसका विरोध करने के लिए कहा है। इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने एनआईए को पत्र लिखकर कहा है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसा भड़काने का षड़यंत्र रचा जा रहा है।

साय ने पत्र में लिखा है, देश की अभिनव योजना अग्निपथ के खिलाफ हिंसा भड़काने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। राष्ट्र विरोधी ताकतों के इशारे पर उपद्रव, तोड़फोड़, आगजनी हो रही है। इसी तारतम्य में नक्सल हिंसा प्रभावित छत्तीसगढ़ राज्य के संवेदनशील क्षेत्र बीजापुर से कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मंडावी ने अग्निपथ के विरोध में अन्य राज्यों की तरह आगजनी जैसी हिंसा करने का निर्देश अपने भाषण में दिया है। साय ने कहा, वे नक्सल हिंसा से जूझ रहे मासूम आदिवासियों को देश के खिलाफ हिंसा करने के लिए भड़का रहे हैं, उकसा रहे हैं, दुष्प्रेरित कर रहे हैं। यह कृत्य स्पष्ट रूप से देशद्रोही है। देश की संपत्ति को आग लगाने का आह्वान करने वाले विधायक के विरुद्ध एनआईए को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए व देश में हुई हिंसा में कांग्रेस की भूमिका की जांच करने का आग्रह है।

भाजपा का विपक्षी दलों की सरकारों को लगातार अस्थिर करना लोकतंत्र के लिए ठीक नही : सीएम बघेल

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को लगातार अस्थिर करने के लिए आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए यह ठीक नही हैं। सीएम बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम में कोरिया जिले के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा विपक्ष की सरकारों को बर्दास्त नहीं कर पा रही हैं और किसी भी तरह से उन्हें अस्थिर एवं अपदस्थ करने के लिए लगातार जुटी हुई हैं।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, कर्नाटक में सरकार अपदस्थ करने एवं राजस्थान में असफल कोशिश के बाद महाराष्ट्र में क्या कुछ हो रहा हैं उसको पूरा देश देख रहा हैं। विपक्षी सरकारों को में अस्थिर करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग एवं सीबीआई का लगातार इस्तेमाल हो रहा हैं।यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं हैं। उन्होंने अग्निपथ योजना के राज्यों में हो रहे विरोध तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कृषि कानूनों को जिस तरह से झुककर इन्हे वापस लेना पड़ा था, इसी तरह से इस योजना को भी इन्हे वापस लेना पड़ेगा। मोदी सरकार ने इसके जरिए देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया हैं।

उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में सीधी भर्ती के 9623 पदों पर उनकी सरकार ने भर्ती का निर्णय लिया है। यह मोदी सरकार की अग्निपथ की तरह नही होंगी बल्कि पूरे समय की होंगी और पेंशन भी मिलेंगी। सीएम बघेल ने कहा कि उनकी सरकार की सामाजिक योजनाओं एवं विकास कार्यों के चलते नक्सलवाद में कमी आई हैं। तुलनात्मक रूप से पिछले वर्ष आठ प्रतिशत घटनाएं कम हुई हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि राजस्व विभाग में बड़ी संख्या में मामले लम्बित हैं जिसको प्राथमिकता के निस्तारित करने के लिए निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

भाजपा के आरोपों का सीएम बघेल ने किया पलटवार, बोले-BJP केवल वोटों के लिए गाय का नाम लेती है

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा केवल वोटों के लिए गाय का नाम लेती है, वह कभी भी गौ सेवा के काम को नहीं अपनाया है। सीएम बघेल ने जशपुर जिले में तीन दिवस के प्रवास के दौरान यहां जशपुर विधानसभा में 120 करोड़ रुपए से अधिक के कुल 152 कार्यो का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत छत्तीसगढ़ सरकार गौ सेवा के कार्यों को कर रही है। कांग्रेस गौसेवा कर रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि भाजपा गोबर से घृणा क्यों करती है, हम तो गोबर को पवित्र मानते हैं, गोबर से लिपाई और पूजा करते हैं।

सीएम बघेल ने कहा केंद्र सरकार ने देश की सुरक्षा को भी मजाक बना दिया है, पूरे विश्व में हमारी भारतीय सेना की धाक मानी जाती है, लेकिन भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अग्निवीर योजना के नाम पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। इससे पहले पेंशन खत्म की गई, फिर वन पैंशन योजना, अब चार साल के लिए सैना के जवानों से यह सरकार क्या संदेश देने जा रही है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जशपुर में स्थानीय फसलों, चाय के उत्पादन के संबंध में अध्ययन करके रिपोर्ट दें। उन्होंने बताया कि कुनकुरी में सब्जी, फल मंडी और कोल्ड स्टोरेज की घोषणा की गई है। इससे जिले के किसानों को अच्छा लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जशपुर विधानसभा में 120 करोड़ 50 लाख 55 हजार रुपये के कुल 152 कार्यो का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। जिसके अंतर्गत 60 करोड़ 61 लाख 22 हजार रुपये के 89 लोकार्पण कार्य एवं 59 करोड़ 89 लाख 33 हजार रुपये के 63 भूमिपूजन कार्य शामिल है।

योग्यतानुसार पिछड़ी जनजाति के युवाओं को छत्तीसगढ़ में मिलेगी नौकरी, सीएम बघेल ने जारी किया आदेश

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विशेष पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवाओं को योग्यतानुसार शासकीय नौकरी देने की घोषणा पर त्वरित अमल करते हुए सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंत्रालय से भर्ती के संबंध में स्वीकृति का आदेश जारी कर दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार विशेष पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवाओं की उनकी पात्रतानुसार जिले में सीधी भर्ती के रिक्त पदों के विरूद्ध भर्ती की जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल की घोषणा के अनुसार छत्तीसगढ़ में निवासरत अबूझमाड़िया, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर, बैगा, कमार, पंडो एवं भुंजिया वर्ग के शिक्षित 9623 युवाओं को इसका लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सीएम बघेल ने 26 जून को जशपुर जिले के बगीचा में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान विशेष पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवाओं की पात्रतानुसार भर्ती के संबंध में घोषणा की थी।

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा बिलासपुर, मुंगेली, राजनांदगांव, कोरिया, कबीरधाम, कोरबा, सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, रायगढ़, गरियाबंद, धमतरी, कांकेर, महासमुन्द, नारायणपुर, सूरजपुर और बलौदाबाजार जिलों के कलेक्टरों को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवाओं को नियुक्ति दिए जाने के संबंध में जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 27 अगस्त 2019 को आयोजित छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया था कि ‘विशेष पिछड़ी जनजाति‘ के सभी शिक्षित पात्र युवाओं का सर्वे कराकर उनकी पात्रतानुसार नियुक्ति की कार्यवाही की जाए।

इस निर्णय के अनुसार जिले में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर विशेष पिछड़ी जनजाति के पात्र युवाओं को उनकी पात्रतानुसार जिले में सीधी भर्ती के रिक्त पदों के विरूद्ध भर्ती करने की स्वीकृति का आदेश आज सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। संबंधित कलेक्टरों को यह भी सूचित किया है कि इस संबंध में वित्त विभाग द्वारा 20 मई को सहमति प्रदान कर दी गई है।

Chhattisgarh News : होटल व्यवसायी से जबरन वसूली करने पर कांग्रेस के दो नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज

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छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कांग्रेस के दो नेताओं के खिलाफ एक होटल व्यवसायी से कथित तौर पर जबरन वसूली के सिलसिले में उच्च न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। सुपेला थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि जबरन वसूली, आपराधिक धमकी और अन्य अपराधों के लिए भिलाई नगर निगम के पार्षद राजेंद्र सिंह अरोड़ा और दिवाकर भारती के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

एक अधिकारी ने बताया कि होटल कारोबारी सुभाष राव ने अप्रैल में शिकायत दर्ज कराई थी कि अरोड़ा और भारती ने उनसे यह दावा किया था कि उनके होटल में पार्किंग स्थल अवैध है और उन्होंने इस मुद्दे पर एक जनहित याचिका दायर करने की धमकी दी थी। अधिकारी ने कहा, शिकायतकर्ता के अनुसार उन्होंने 27 मार्च को दोनों (नेताओं) के निर्देश पर भिलाई के एक मंदिर की दान पेटी में एक लाख रुपये डाल दिए। फिर दोनों ने पांच लाख रुपये की मांग की जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। अधिकारी ने कहा, ”पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए राव ने 18 मई को उच्च न्यायालय का रुख किया और 20 जून को अदालत ने प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। शनिवार को अरोड़ा और भारती के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।