छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यस्थल पर दुर्घटना मृत्यु में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के परिजनों को मिलने वाली सहायता राशि एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने समेत श्रमिकों के लिए की कई बड़ी घोषणाएं की है। सीएम बघेल ने अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर साइंस कालेज मैदान में आयोजित श्रम सम्मेलन के अवसर पर स्थायी दिव्यांगता की स्थिति में इन्हें देय राशि 50 हजार से बढ़ाकर ढाई लाख रुपये करने, अपंजीकृत श्रमिकों को भी कार्यस्थल पर दुर्घटना से मृत्यु होने पर एक लाख रुपये की सहायता प्रदान तथा मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर मंथली सीजन टिकट कार्ड योजना की घोषणा की। इसके पंजीकृत निर्माण श्रमिक अपने घर से रेल अथवा बस से कार्यस्थल तक यात्रा करते हैं, उनके लिए मासिक टिकट कार्ड एमएसटी जारी किया जाएगा, यह कार्ड 50 किमी तक की यात्रा के लिए हो सकेगा। इसका संपूर्ण व्यय छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल वहन करेगा।
उन्होंने इसके साथ ही मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक सहायता योजना की घोषणा भी की। इसके अंतर्गत निर्माणी श्रमिकों को नवीन आवास निर्माण अथवा क्रय के लिए 50 हजार रुपये का अनुदान प्रदाय किया जाएगा। मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना की घोषणा भी उन्होंने की। इसमें हार्ट सर्जरी, लीवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, न्यूरो सर्जरी, रीढ़ की हड्डी की सर्जरी, पैर के घुटने की सर्जरी, कैंसर, लकवा जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में शासन की स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के अतिरक्ति भी 20 हजार रुपये का अनुदान निर्माणी श्रमिकों को मिल सकेगा।
सीएम बघेल ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि आज 56 करोड़ रुपए से अधिक की राशि डीबीटी के माध्यम से श्रमिकों को हस्तांतरित की जा रही है। हम लोग श्रमिकों के खाते में सीधे राशि का हस्तांतरण कर रहे हैं ताकि वे अपने जरूरत की सामग्री क्रय कर सकें। श्रम मंत्री डा. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि पिछले चार वर्षों में श्रम विभाग ने 13 नई योजनाएं जारी की हैं और इसके माध्यम से श्रमिकों को 172 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी गई है। आज श्रमिकों की सहायता के लिए विभाग हेल्प लाइन नंबर भी जारी कर रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि श्रमिक कल्याण के लिए सरकार ने पिछले चार सालों में बड़ा काम किया है जिससे छत्तीसगढ़ समृद्धि की राह पर आगे बढ़ रहा है।