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Chhattisgarh Latest News: छत्तीसगढ़ में जन अदालत लगाकर नक्सलियों ने की ग्रामीण की हत्या, दूसरे को किया रिहा

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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर एक ग्रामीण की धारदार हथियार से हत्या कर दी और एक ग्रामीण को रिहा कर दिया। बीजापुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के उसूर विकासखंड के गुड्डीपाल गांव में नक्सलियों ने सत्यम पुलसे (25) की धारदार हथियार से हत्या कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि सत्यम का शव जंगल में होने की सूचना मिलने पर पुलिस दल को मौके पर रवाना किया गया।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के​ लिए भेजा है। उन्होंने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि सोमवार देर शाम नक्सलियों का एक दल गुड्डीपाल गांव पहुंचा और सत्यम पुलसे तथा भीमा को अगवा कर जंगल में ले गए। अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर सत्यम की धारदार हथियार से हत्या कर दी जबकि भीमा को रिहा कर दिया। उन्होंने बताया कि सत्यम की हत्या के कारणों के बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिली है और अतिरिक्त जानकारी के लिए भीमा से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

Chhattisgarh News: ग्रामीण को पेड़ से उल्टा लटका कर की थी पिटाई, कोर्ट ने चार लोगों को न्यायिक हिरासत में भेजा

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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक व्यक्ति को पेड़ से उलटा लटका कर पिटाई करने के मामले में गिरफ्तार चार लोगों को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि मामले के पांचवे नाबालिग आरोपी को किशोर गृह में भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि इन पांचों को 30 अप्रैल को वायरल हुए एक वीडियो के आधार पर पकड़ा गया जिसमें वे कथित तौर पर व्यक्ति को पेड़ से उल्टा लटका कर पिटाई करते दिख रहे हैं। उन्होंने बताया कि पीड़ित की पहचान 26 वर्षीय महावीर सूर्यवंशी के तौर पर की गई। अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान मनीष खरे (30), युवराज खरे (25), जानू भार्गव उर्फ विश्वजीत(20) और भीम केशरवानी (21) के तौर पर की गई है और सभी उच्चभाटी गांव के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि चारों को रविवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 15 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया जबकि 15 वर्षीय नाबालिग आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड ने किशोर हिरासत गृह में भेज दिया।

अधिकारी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर आरोपियों को भारतीय दंड संहिता की धारा-307 (हत्या का प्रयास), 342(अवैध तरीके से बंधक बनाना) और 147 (दंगा करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि सूर्यवंशी 28 अप्रैल को उच्चभाटी के नजदीक हुई पिटाई की घटना के बाद से लापता था और बाद में वह अपनी बहन के घर प्रसादा गांव मिला जहां से उसे पूरे शरीर में सूजन के साथ छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सीआईएमएस) में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया, सूर्यवंशी के बयान के मुताबिक वह नशे का आदि है और उसके प्रभाव की वजह से मनीष के घर में अप्रैल् 25-26 की दरमियानी रात पानी के लिए दाखिल हुआ। लेकिन मनीष ने चोर समझ उसे अगले दिन पुलिस के हवाले कर दिया।

उन्होंने बताया, मनीष ने सूर्यवंशी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जिसके बाद पुलिस ने उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। सूर्यवंशी ने बताया कि 27 अप्रैल की रात वह दोबारा मनीष के घर नशीला पदार्थ लेने गया जो उसने उसके सब्जी के खेत में छिपाया था लेकिन पकड़ा गया। अधिकारी ने बताया कि 28 अप्रैल को मनीष सूर्यवंशी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर झालमाला गांव ले गया और अन्य चार आरोपियों को बुलाया, जिन्होंने उसे पेड़ से सूर्यवंशी को उल्टा लटकाकर पिटाई की और लोगों के जमा होने पर भाग गए।

मिट्टी की उर्वराशक्ति को अक्षय रखना हम सबकी जिम्मेदारी, सीएम बघेल ने ईद और अक्षय तृतीया की दी बधाई

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छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को अक्ति (अक्षय तृतीया) तिहार बधाई देते हुए कहा अक्षय तृतीया का दिन बहुत शुभ माना गया है। इस दिन जिस काम की शुरूआत होती है, उसकी पूर्णतः निश्चित मानी जाती है। शादी-ब्याह के लिए भी इस दिन मुहूर्त नहीं देखा जाता क्योंकि यह दिन अक्षय माना गया है। इस दौरान कई बाल-विवाह के मामले भी सामने आते है, जिससे समाज को मुक्त करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारी कृषि परम्परा में भी यह दिन विशेष महत्व रखता है। अक्षय तृतीया से नई फसल के लिए तैयारी शुरू होती है। मिट्टी के गुड्डे-गुड़ियों की शादी की परम्परा से हमारे पुरखों ने इस त्यौहार को धरती से जोड़ा है, जिससे हम जीवन के आधार माटी को जीवंत मानकर उसका आदर सम्मान करें। सीएम बघेल ने इस दौरान छत्तीसगढ़ के लोगों को ईद की भी मुबारकबाद दी।

Chhattisgarh News: मानदेय बढ़ाने पर छत्तीसगढ़ सीएम का जताया आभार, भूपेश बघेल से मिलने पहुंचे पंचायत प्रतिनिधि

उन्होंने कहा कि पिछले दशकों में खेतों में रसायन और कीटनाशकों के अधिक उपयोग से धरती की उर्वराशक्ति नष्ट हो रही है। इससे हमारे अनाज विषैले होते जा रहे है, जिसका हमारे साथ-साथ पशुओं के स्वास्थ पर भी बुरा असर हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब अपनी स्वस्थ परम्पराओं की ओर लौटने का समय है। अपनी माटी और धरती को अभी यदि नहीं बचाया गया तो बहुत देर हो जाएगी, इसलिए अक्ति के शुभ दिन से छत्तीसगढ़ में माटी पूजन अभियान की शुरूआत की जा रही है। इस अभियान में जैविक खाद, वर्मी कम्पोस्ट और गौमूत्र के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ लोगों को रासायनिक खेती के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य खेती-किसानी की लागत को कम कर खेती को अधिक फायदेमंद बनाना है। इस तरह छत्तीसगढ़ में सतत् और टिकाऊ खेती के विस्तार का एक नया अध्याय शुरू होगा। श्री बघेल ने माटी पूजन महाअभियान में सभी किसानों और छत्तीसगढ़िया भाई-बहनों के सक्रिय सहयोग का आह्वान किया है।

चार मई से सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर निकलेंगे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

सीएम बघेल ने ईद-उल-फितर की दी मुबारकबाद

सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को ’ईद-उल-फितर’ की मुबारकबाद देते हुए सबकी तरक्की, खुशहाली और अमन-शांति के लिए दुआ की। ईद की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में सीएम बघेल ने कहा है कि रमजान के पाक महीने के आखिर में ईद का जश्न सभी मिलजुलकर धूमधाम से मनाते है। यह त्योहार हमें ऊंच-नीच, छोटे-बडे़ का भेदभाव भुलाकर आपसी भाईचारे का पैगाम देता है। यह वास्तव में सामाजिक समरसता का त्योहार है, जो परस्पर प्रेम और सौहार्द्र बढ़ाता है। मुख्यमंत्री ने खुशी के इस पर्व को लोगों से सदभाव के साथ मनाने की अपील की है।

Chhattisgarh News: मानदेय बढ़ाने पर छत्तीसगढ़ सीएम का जताया आभार, भूपेश बघेल से मिलने पहुंचे पंचायत प्रतिनिधि

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छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से सोमवार को यहां उनके निवास कार्यालय में पंडरिया विधायक ममता चंद्राकर के नेतृत्व में कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के पंचायत प्रतिनिधियों के प्रतिनिधि मण्डल ने मुलाकात की। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। सरपंच संघ के ब्लॉक अध्यक्ष शेषनारायण सिंह बैस ने अवगत कराया कि पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ समय पर पूर्ण कराने के लिए सतत प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बड़ी विनम्रता से मुख्यमंत्री को पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के भ्रमण के लिए निमंत्रण भी दिया। 

श्रम दिवस सीएम बघेल की एक और घोषणा, शासकीय कर्मचारियों का पांच प्रतिशत बढ़ाया महंगाई भत्ते

उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत अध्यक्षों का मानदेय 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार, जिला पंचायत उपाध्यक्षों का मानदेय 10 हजार से बढ़ाकर 15 हजार एवं जिला पंचायत सदस्यों का मानदेय 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार प्रतिमाह किया गया है। जनपद पंचायत अध्यक्षों का मानदेय 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार, जनपद पंचायत उपाध्यक्षों का मानदेय 4 हजार से बढ़ाकर 6 हजार एवं जनपद पंचायत सदस्यों का मानदेय 1 हजार 500 से बढ़ाकर 5 हजार प्रतिमाह किया गया है। सरपंचों का भत्ता 2 हजार से बढ़ाकर 4 हजार एवं पंचों का भत्ता 200 से बढ़ाकर 500 रुपए प्रतिमाह किया गया है।

सीएम भूपेश बघेल के प्रयास से सात समंदर पार पहुंचा छत्तीसगढ़ के बोरे-बासी का स्वाद

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अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अपनी संस्कृति और श्रमिकों के सम्मान में छत्तीसगढ़ के पारम्परिक भोजन बोरे-बासी खाने का आहवान सात समुंदर जा पहुंचा है। सीएम की छत्तीसगढ़ की संस्कृति का गौरव बढ़ाने की पहल को बड़ी संख्या में लोगों ने समर्थन दिया। विदेशों में बसे छत्तीसगढ़िया भाई-बहनों के संघ नाचा (नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन) के सदस्यों ने मजदूर दिवस के अवसर पर बोरे-बासी खाया। उन्होंने श्रमिकों के सम्मान में बोरे-बासी खाकर छत्तीसगढ़ का गौरव विदेशों तक पहुंचाया।

Chhattisgarh News:जानें क्या है छत्तीसगढ़ का बोरे-बासी, सोशल मीडिया पर मचा रखी है धूम

उल्लेखनीय है कि नाचा का छत्तीसगढ़ एनआरआई एसोसिएशन कई देशों यूएसए, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, सिंगापुर और यूके में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ विरासत और संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के आहवान पर एसोसिएशन की टीम की शशि साहू, दीपाली सरावगी, मीनल मिश्रा, मोनिका तिवारी, गणेश कर, शत्रुघ्न बरेठ, तिजेंद्र साहू, दिलीप तिवारी, वंदना दडसेना, निर्मल साहू, कृष्णा मिश्रा ने अमेरिका और अन्य देशों में बोराबासी दिवस मनाया और बोरे-बासी खाया। डेनबर्ग में रहने वाली श्रीमती मीनल मिश्रा ने बताया कि उन्होंने लाइबरी, दही मिर्ची, गोंदली, आम के अथान, हरी मिर्चीं, अमारी भाजी चटनी और मूली भाजी का आनंद लिया और बोरे-बासी दिवस मनाया। संघ के सदस्यों के साथ उनके एनआरआई बच्चों ने भी बोरे-बासी का आनंद लिया और अपने पारम्परिक आहार और संस्कृति का हिस्सा बने।

श्रम दिवस सीएम बघेल की एक और घोषणा, शासकीय कर्मचारियों का पांच प्रतिशत बढ़ाया महंगाई भत्ते

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श्रम दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूरों और शासकीय कर्मचारियों को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की हैं। रायपुर में श्रम दिवस को लेकर आयोजित कार्यक्रम में सीएम भूपेश बघेल ने शासकीय कर्मचारियों को तोहफा दिया है। सीएम भूपेश बघेल ने रविवार को शासकीय कर्मचारियों को 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता का तोहफा दिया है। उन्होंने कर्मचारियों के हित में लिए गए इस फैसले की जानकारी ट्विट कर दी है। शासकीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की यह दर एक मई से ही लागू होगी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में राज्य के कर्मचारियों को 17 प्रतिशत महंगाई भत्ता प्राप्त हो रहा है, जो अब बढ़कर 22 प्रतिशत हो जाएगा।

छत्तीसगढ़ सीएम का बड़ा फैसला, श्रमिक दिवस पर बहाल की पुरानी पेंशन, जानें कितने लोगों को होगा फायदा

सियान श्रमिकों को लेकर भी की बड़ी घोषणा

अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर सीएम भूपेश बघेल ने सियान श्रमिकों को लेकर बड़ी घोषणा की। रविवार को रायपुर के बीटीआई मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने श्रम दिवस को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगो से बोरे बासी खाने का आह्वान किया था और लोगों ने उनके आह्वान का समर्थन करते हुए इसे विदेशों तक पहुंचा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग लगातार बोरे बासी के बारे में जानकारी जुटा रहे थे और आज अधिकांश लोगों ने बोरे बासी खाया भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक छत्तीसगढ़ी व्यंजन की इस तरह की प्रसिद्धि से गर्व महसूस कर रहे हैं।

श्रम दिवस पर सीएम बघेल की बड़ी घोषणा, सियान श्रमिकों को एक मुश्त मिलेंगे 10 हजार रुपये

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अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर सीएम भूपेश बघेल ने सियान श्रमिकों को लेकर बड़ी घोषणा की। रविवार को रायपुर के बीटीआई मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने श्रम दिवस को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगो से बोरे बासी खाने का आह्वान किया था और लोगों ने उनके आह्वान का समर्थन करते हुए इसे विदेशों तक पहुंचा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग लगातार बोरे बासी के बारे में जानकारी जुटा रहे थे और आज अधिकांश लोगों ने बोरे बासी खाया भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक छत्तीसगढ़ी व्यंजन की इस तरह की प्रसिद्धि से गर्व महसूस कर रहे हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने श्रम विभाग की अलग अलग योजनाओं के हितग्राहियों से मुलाकात की एवं उन्हें सामग्री वितरित की। इस दौरान मुख्यमंत्री श्रमिकों के बच्चों के साथ खेलते हुए भी नजर आए, एक बच्ची को मुख्यमंत्री ने गोद में उठाकर प्यार किया तो वहीं एक अन्य बच्ची को उन्होंने अपने हथेली पर खड़ा कर उसे दुलार दिया। इस अवसर पर श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी देने वाली पत्रिका का विमोचन मुख्यमंत्री एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया। सीएम बघेल ने मंच से संबोधित करते हुए प्रदेश के सभी श्रमवीरों को श्रम दिवस की बधाई देते हुए नई घोषणाएं भी कीं।

सीएम बघेल ने बुजुर्ग मजदूरों के लिए श्रमिक सियान सहायता योजना में एकमुश्त 10 हजार रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने महिला स्वावलंबियों को आगे बढ़ाने के लिए ई रिक्शा में अब 50 हजार की जगह 1 लाख रूपए का अनुदान देने की घोषणा ने की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ये नोनी सशक्तीकरण योजना में 18 वर्ष की आयु सीमा में 3 वर्ष की वृद्धि करते हुए अब योजना का लाभ 21 वर्ष तक की बालिकाओं को देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने एक मई को शुरू की गयी मितान योजना के बारे में भी घोषणा की है कि दूसरे चरण में ये योजना ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू की जाएगी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रम मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने कहा कि श्रमिकों के बिना निर्माण कार्य संभव नहीं है। उन्होंने श्रमिकों को राज्य के विकास का आधार स्तंभ बताया। छत्तीसगढ़ भवन संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सन्नी अग्रवाल ने कहा कि श्रमिकों के हितों के लिए आर्थिक विकास हो सके इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों के जीवन पर्यन्त तक की महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित की जा रही हैं। श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री सफी अहमद ने कहा की मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार की आर्थिक नीति बेरोजगारी दूर करने और लोगों को रोजगार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है जिससे राज्य में गरीबों, मजदूरों और किसानों का विश्वास सरकार के प्रति बढा है।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नोनी सशक्तिकरण योजना ,ननिहाल छात्रवृत्ति योजना ,मेधावी छात्रवृत्ति योजना, भगिनी प्रसूति सहायता योजना, मुख्यमंत्री ई-रिक्शा योजना सहित अन्य योजनाओं के हितग्राहियों को चेक भी वितरण किया।

इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, विधायक एवं संसदीय सचिव रेख चंद जैन,, विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक, विधायक बृहस्पत सिंह, विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा, जनप्रतिनिधि गण, विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में राज्य के विभिन्न जिलों से आए श्रमिक उपस्थित थे।

Chhattisgarh News:जानें क्या है छत्तीसगढ़ का बोरे-बासी, सोशल मीडिया पर मचा रखी है धूम

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सोशल मीडिया ट्विटर पर छत्तीसगढ़ का #borebaasi नंबर-1 पर ट्रेंड कर रहा है। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ियों से मजदूर दिवस पर बोरे-बासी खाकर अपनी छत्तीसगढ़िया संस्कृति और श्रमिकों को सम्मान देने की अपील की थी। इसके बाद देश-विदेश में बसे छत्तीसगढ़वासियों द्वारा बोरे-बासी खाकर अपनी फोटो-वीडियो रोचक कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर हैश टैग #borebaasi के साथ शेयर की जाने लगी।

बोरे-बासी छत्तीसगढ़ का पारंपरिक भोजन है, पोषक तत्वों से भरपूर इस व्यंजन का छत्तीसगढ़ में किसान, मजदूर, अमीर-गरीब सहित सभी लोग, हमेशा से सभी बड़े चाव से खाते हैं। आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अपील पर कोने-कोने में बसे छत्तीसगढ़वासियों ने बोरे-बासी खाकर अपनी गौरवशाली परंपरा के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए एकजुटता का प्रदर्शन किया है।

बोरे-बासी छत्तीसगढ़ का ऐसा भोजन है जो बचे हुए चावल को पानी में भिगोकर रात भर रख कर बनाया जाता है। फिर सुबह उसमें हल्का नमक डालकर, भाजी, टमाटर की चटनी, अचार, कच्चे प्याज और बिजौरी के साथ खाया जाता है। छत्तीसगढ़ के लोग प्रायः सुबह बासी का ही नाश्ता करते हैं। बोरे बासी खाने से न सिर्फ गर्मी और लू से राहत मिलती है, बल्कि बीपी कंट्रोल रहता है डि-हाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है।

चार मई से सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर निकलेंगे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी सरकार की योजनाओं और सरकारी कार्यालयों के कामकाज के बारे में लोगों से सीधी प्रतिक्रिया लेने के लिए चार मई से राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मुख्यमंत्री की यह मुहिम सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए अहम है और यह नौकरशाहों के लिए अहम इम्तिहान होगा। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि दौरे के दौरान बघेल का पहला पड़ाव सरगुजा संभाग का आदिवासी बहुल बलरामपुर जिला होगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर संबंधित अधिकारी व विभाग जोर-शोर से तैयारियां कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया, “दौरे के दौरान बघेल प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के किन्हीं तीन गांवों का औचक निरीक्षण करेंगे और वहां उपलब्ध नागरिक सुविधाओं का जायजा लेंगे। वह सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और विकास कार्यों की स्थिति की भी समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तहसील कार्यालयों, थानों, जिला कार्यालयों, स्कूल, आंगनवाड़ियों (राज्य संचालित महिला एवं बाल देखभाल केंद्र) और स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों के कामकाज का मुआयना करने के साथ-साथ सड़क, पानी और बिजली जैसी बुनियादी अवसंरचनाओं की उपलब्धता का निरीक्षण भी करेंगे।

अधिकारी ने बताया कि बघेल विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन और अपनी सरकार के कामकाज के बारे में प्रतिक्रिया लेने के लिए ग्रामीणों, प्रतिष्ठित लोगों और जनप्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, बघेल हर विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे और वहां रात बिताएंगे। उनके साथ स्थानीय विधायक और जिले के प्रभारी मंत्री भी होंगे। अधिकारी ने कहा कि संभाग स्तर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान कार्य अनुशासन और सरकारी कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आर कृष्ण दास ने अगले साल होने वाले राज्य चुनावों के मद्देनजर मुख्यमंत्री के दौरे को सावधानीपूर्वक नियोजित मुहिम करार दिया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं और लोगों की मांगों पर जमीनी रिपोर्ट लेंगे। दास ने कहा कि जब मुख्यमंत्री का अभियान खत्म होगा, तब तक राज्य में मॉनसून आ गया होगा और तीन से चार महीने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास का काम ठप हो जाएगा। गौरतलब है कि राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री टी एस सिंह देव चार मई से चार जिलों का अपना दौरा शुरू करेंगे। उनका पिछले साल मुख्यमंत्री बघेल के साथ सत्ता के लिए संघर्ष चल रहा था। वह सात मई तक दंतेवाड़ा, बस्तर, कांकेर और धमतरी जिलों का दौरा करेंगे और अपने विभागों की समीक्षा बैठक करेंगे। साथ ही वह सामाजिक संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।

छत्तीसगढ़ सीएम का बड़ा फैसला, श्रमिक दिवस पर बहाल की पुरानी पेंशन, जानें कितने लोगों को होगा फायदा

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छत्तीसगढ़ सरकार ने मजदूर दिवस पर रविवार को राज्य के सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करते हुए पुरानी पेंशन को लागू करने की मंजूरी प्रदान कर दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में एक नवम्बर 04 से नियुक्त शासकीय सेवकों के लिए नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने के निर्णय का अनुमोदन किया गया। नवीन अंशदायी पेंशन योजना हेतु वेतन से की जा रही 10 प्रतिशत की मासिक अंशदान की कटौती एक अप्रैल 22 से सामाप्त कर सामान्य भवष्यि निधि नियम के अनुसार मूल वेतन का न्यूनतम 12 प्रतिशत कटौती के प्रस्ताव को सहमति दी गई।

ज्ञातव्य हैं कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पुरानी पेंशन लागू करने की विधानसभा के बजट सत्र में घोषणा की थी। राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ दूसरा राज्य हैं जिसने पुरानी पेंशन बहाल की है। दोनो ही कांग्रेस शासित राज्य हैं और दोनो में ही अगले वर्ष के अऩ्त में विधानसभा चुनाव होने हैं। बैठक में प्रदेश के युवाओं के हित में एक बड़ा फैसला लेते हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मण्डल एवं विशेष कनष्ठि कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षाओं के शुल्क माफ करने के निर्णय का भी अनुमोदन किया गया। इसके साथ ही अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों को मात्रात्मक त्रुटि के कारण जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने में हो रही कठिनाईयों को दूर करने के उद्देश्य से अंग्रेजी में अधिसूचित जाति को मान्य करने तथा जाति प्रमाण पत्रों में अंग्रेजी में ही अधिसूचित जाति का उल्लेख करने का नर्णिय लिया गया।

मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मंजूरी प्राप्त रियल एस्टेट प्रोजेक्टों जिसमें 75 लाख रूपए बाजार मूल्य तक आवासीय मकानों एवं फ्लैट्स में रज्ट्रिरी शुल्क में दो प्रतिशत की छूट की प्रभावशीलता अवधि को 31 मार्च 23 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया। साथ ही राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में हितग्राही परिवार के मुखिया को वार्षिक आधार पर प्रदाय सहायता राशि छह हजार रूपए से बढ़ाकर सात हजार रूपए तथा अनुसूचित क्षेत्र में आदिवासियों के देव स्थलों पर पूजा करने वाले बैगा, गुनिया, पुजारी, देव स्थल के हाट पाहार्या एवं बाजा मोहरिया को जिनका आदिवासियों के सांस्कृतिक जीवन और सामाजिक संस्कारों में विशेष महत्वपूर्ण भूमिका है, उन्हें भी इस योजना के तहत लाभ प्रदान करने का निर्णय लिया गया।