छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को जगदलपुर के लालबाग मैदान में झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का लोकार्पण किया और झीरम घाटी के शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री बघेल बुधवार सुबह चित्रकोट से हेलीकॉप्टर द्वारा जगदलपुर के लालबाग मैदान पहुंचे और झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का लोकार्पण किया। उन्होंने मेमोरियल में झीरम घाटी के 32 शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों की याद में लगभग 100 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया।
इस मौके पर सीएम बघेल ने कहा कि मैं झीरम घाटी की हृदयविदारक घटना के शहीदों को नमन कर करते हुए झीरम घाटी शहीद स्मारक को लोकार्पित कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि पहली पंक्ति के जननायक परिवर्तन के लिए निकले थे। प्रदेश के किसानों, युवाओं, बच्चों और महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाना उनका लक्ष्य था। आज वे हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका मार्गदर्शन सदैव बना हुआ है। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में हर किसी के साथ न्याय हो रहा है। आज हमारे नेता होते तो बहुत खुश होते। वो जहां भी होंगे। आज हम सभी को आशीष दे रहे होंगे। शहीद परिवारों के सुख दुख में हम उनके साथ हैं।
हम सभी शहीदों के परिवारों के साथ परिवार की तरह जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि झीरम घाटी शहीद मेमोरियल लोकतंत्र पर सबसे बड़े हमले में शहीदों की याद में आम जनता को समर्पित है। छत्तीसगढ़ की झीरम घाटी में 25 मई 2013 को नक्सली हिंसा में वरिष्ठ जनप्रतिनिधि नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेन्द्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेन्द्र शर्मा सहित 32 लोग शहीद हुए थे। इनमें बहुत से कार्यकर्ता, जवान और आमलोगों ने शहादत दी थी। राज्य में शहीदों के बलिदान की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए 25 मई को झीरम घाटी श्रद्धांजलि दिवस मनाया जा रहा है।