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Khairagarh by-election: खैरागढ़ उपचुनाव में जीतते ही कांग्रेस ने की बड़ी घोषणा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को बनाया जाएगा जिला

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में स्थित खैरागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को जीत मिलने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को जिला बनाए जाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बघेल ने उपचुनाव में पार्टी को जीत मिलने पर विधानसभा क्षेत्र को जिला बनाने का वादा किया था। उपचुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को 20 हजार से अधिक मतों से हरा दिया है। प्रदेश के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि उपचुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री ने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को जिला बनाने, साल्हेवारा को पूर्ण तहसील और जालबांधा को उपतहसील का दर्जा देने की घोषणा की है। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई छत्तीसगढ़ का 33वां जिला होगा। अधिकारियों ने बताया कि खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में जीत पर आभार जताने के लिए नवनिर्वाचित विधायक यशोदा वर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के निवास कार्यालय पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित विधायक को बधाई दी।

सीएम भूपेश का बड़ा फैसला, स्वामी आत्मानंद स्कूलों की हर कक्षा में अब 50 विद्यार्थी ले सकेंगे एडमीशन

56 हजार वोटों से मिली कांग्रेस को जीत

उन्होंने खैरागढ़ की जनता को बधाई और शुभकामना देते हुए कहा कि जनादेश ने छत्तीसगढ़ सरकार के पिछले साढ़े तीन साल के कामकाज पर अपनी मुहर लगायी है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में 56 हजार से अधिक मत मिले हैं और यह सब सरकार के कामकाज और जनता के विश्वास से संभव हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कहा था कि 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफी की जानी है, लेकिन हमने उसे दो घण्टे के भीतर ही पूरा किया। खैरागढ़ को हमने 24 घण्टे के भीतर जिला बनाने का वायदा किया था। इसे हमने यशोदा वर्मा के विधायक निर्वाचित होने के तीन घण्टे के भीतर ही पूरा कर दिया है। राज्य के राजस्व विभाग के सचिव नीलम नामदेव एक्का ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के गठन की प्रक्रिया राजस्व विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है।

मास्टर स्ट्रोक के “मास्टर” बघेल,कांग्रेस को फिर दिलाई बेहद अहम जीत

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रमन के गढ़ खैरागढ़ में मिली जीत से आलाकमान की नजर में बढ़ा भूपेश बघेल का कद

रायपुर।
हर तरफ विपरीत माहौल के बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए बड़ी उम्मीद बनकर उभर रहा है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के गढ़ खैरागढ़ में कांग्रेस उम्मीदवार को उम्मीद से कहीं ज्यादा मतों से मिली जीत के पीछे मुख्यमंत्री का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। खैरागढ़ को जिला बनाने का एलान चुनाव के लिए टर्निंग पॉइंट बन गया। इस जीत से भाजपा को बड़ा झटका लगा है और एंटी इनकंबेंसी की चर्चा भी निर्मूल साबित हुई है। कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि दरअसल यह जीत कांग्रेस की जनकल्याणकारी योजनाओं पर मुहर है। कांग्रेस सरकार का प्रो पीपुल गवर्नेंस और भूपेश बघेल की लोकप्रिय छवि से छत्तीसगढ़ में सत्ता के पक्ष में लहर है।
गौरतलब है कि खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को रिकार्ड 20 हजार मतों के अंतर से शिकस्त दी है। कांग्रेस की जीत में सबसे अहम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा को माना जा रहा है। यही वजह है कि पिछले चुनाव में तीसरे स्थान पर आने के बाद इस उपचुनाव में कांग्रेस ने रिकार्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की है। कांग्रेस अब तक के सभी उपचुनावों में जीती है। साथ ही स्थानीय निकायों में भी पार्टी का बर्चस्व है।

कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने भी मोर्चा संभाला था।
खैरागढ़ उपचुनाव में मिली जीत के बाद अब सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 71 होने हो गई है। दंतेवाड़ा, चित्रकोट और मरवाही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन कर तीनों सीटों में जीत हासिल की थी। अब कांग्रेस ने शानदार रिकॉर्ड बनाते हुए चौथे उपचुनाव को भी अपने पाले में कर लिया है।

चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सीएम भूपेश द्वारा खैरागढ़ को नया जिला बनाने की घोषणा मास्टर स्ट्रोक साबित हुई। मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि 16 अप्रैल को परिणाम आएगा और 17 अप्रैल को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नया जिला बनेगा। जीत के साथ ही नया जिला बनने की हलचल भी शुरू हो गई है।
फिलहाल एक और जीत ने भूपेश बघेल का कद छत्तीसगढ़ के साथ कांग्रेस आलाकमान की नजरों में भी और बढ़ा दिया है और उनके विरोधियों की जमीन खिसक गई है।

मास्टर स्ट्रोक के मास्टर बघेल,कांग्रेस को फिर दिलाई बेहद अहम जीत

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जीत से आलाकमान की नजर में बढ़ा भूपेश बघेल का कद

रायपुर।
हर तरफ विपरीत माहौल के बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए बड़ी उम्मीद बनकर उभर रहा है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के गढ़ खैरागढ़ में कांग्रेस उम्मीदवार को उम्मीद से कहीं ज्यादा मतों से मिली जीत के पीछे मुख्यमंत्री का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। खैरागढ़ को जिला बनाने का एलान चुनाव के लिए टर्निंग पॉइंट बन गया। इस जीत से भाजपा को बड़ा झटका लगा है और एंटी इनकंबेंसी की चर्चा भी निर्मूल साबित हुई है। कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि दरअसल यह जीत कांग्रेस की जनकल्याणकारी योजनाओं पर मुहर है। कांग्रेस सरकार का प्रो पीपुल गवर्नेंस और भूपेश बघेल की लोकप्रिय छवि से छत्तीसगढ़ में सत्ता के पक्ष में लहर है।


गौरतलब है कि खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को रिकार्ड 20 हजार मतों के अंतर से शिकस्त दी है। कांग्रेस की जीत में सबसे अहम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा को माना जा रहा है। यही वजह है कि पिछले चुनाव में तीसरे स्थान पर आने के बाद इस उपचुनाव में कांग्रेस ने रिकार्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की है। कांग्रेस अब तक के सभी उपचुनावों में जीती है। साथ ही स्थानीय निकायों में भी पार्टी का बर्चस्व है।

कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने भी मोर्चा संभाला था।
खैरागढ़ उपचुनाव में मिली जीत के बाद अब सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 71 होने हो गई है। दंतेवाड़ा, चित्रकोट और मरवाही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन कर तीनों सीटों में जीत हासिल की थी। अब कांग्रेस ने शानदार रिकॉर्ड बनाते हुए चौथे उपचुनाव को भी अपने पाले में कर लिया है।

चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सीएम भूपेश द्वारा खैरागढ़ को नया जिला बनाने की घोषणा मास्टर स्ट्रोक साबित हुई। मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि 16 अप्रैल को परिणाम आएगा और 17 अप्रैल को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नया जिला बनेगा। जीत के साथ ही नया जिला बनने की हलचल भी शुरू हो गई है।
फिलहाल एक और जीत ने भूपेश बघेल का कद छत्तीसगढ़ के साथ कांग्रेस आलाकमान की नजरों में भी और बढ़ा दिया है और उनके विरोधियों की जमीन खिसक गई है।

CM Big Decision: सीएम भूपेश का बड़ा फैसला, स्वामी आत्मानंद स्कूलों की हर कक्षा में अब 50 विद्यार्थी ले सकेंगे एडमीशन

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Chhattisgarh News: रायपुर। स्वामी आत्मानंद स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने का एडीमशन को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने बड़ा फैसला लिया है। सीएम भूपेश बघेल ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों में प्रवेश के लिए सीटें बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएम के निर्देश के बाद स्वामी आत्मानंद स्कूल की कक्षाओं में 50 विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। इन स्कूलों में अब तक प्रत्येक कक्षा में 40 बच्चों को प्रवेश दिया जाता था। बतादें कि प्रदेश में संचालित 171 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को देखते हुए कक्षा एक से 12वीं के लिए बच्चों को प्रवेश दिलाने को नागरिकों में जबरदस्त उत्साह है।

बाबा अंबेडकर साहब की जयंती पर सीएम भूपेश ने की बड़ी घोषणा, मंगल भवन और ऑडिटोरियम निर्माण के लिए दिए 50-50 लाख रुपये

हर कक्षा में बढ़ेंगी 10 सीट

नागरिकों के मांग और भारी उत्साह को देखते हुए प्रत्येक कक्षा में दस सीटें बढ़ाने का फैसला लिया गया है। लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से शिक्षा सत्र 2022-23 में प्रत्येक कक्षा में 40 के स्थान पर 50 विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए निर्देश जारी कर दिए है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश के हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के रूप में अभिनव प्रयास प्रारंभ किया है। इसका उद्देश्य राज्य के गरीब से गरीब बच्चे को भी निजी स्कूलों की तरह अच्छी सुविधाएं दिलाते हुए अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर उन्हें भावी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों की असमानता को दूर किया जा सके और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ावा दिया जा सकें।

छत्तीसगढ़ सरकार की बड़ी घोषणा, बीपीएल राशन कार्ड धारकों को मिलेगा पांच लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज

बाबा अंबेडकर साहब की जयंती पर सीएम भूपेश ने की बड़ी घोषणा, मंगल भवन और ऑडिटोरियम निर्माण के लिए दिए 50-50 लाख रुपये

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Chhattisgarh News: रायपुर। छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश ने बाबा अंबेडकर साहब भीमराव की जयंती पर बड़ी घोषणा की है। सीएम भूपेश बघेल ने मंगल भवन और ऑडिटोरियम निर्माण के लिए 50-50 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। अंबेडकर चौक में आयोजित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे सीएम बघेल ने अंबेडकर चौक में नगर निगम द्वारा बाबा साहेब की 20 फ़ीट ऊंची नई प्रतिमा स्थापित करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने दलित, शोषित और वंचितों के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। वे जन्म से लेकर मृत्युपर्यंत दलितों के उद्धार में लगे रहे। उन्होंने सामाजिक दंश झेलने के बावजूद भी उच्च शिक्षा प्राप्त की और समाज की सेवा और उत्थान में जुड़ गए।

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उन्होंने कहा, बाबा साहेब अंबेडकर ने मंत्र दिया कि ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो’। शिक्षा ही हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों का भान कराती है। जब हमें अपने कर्तव्य का भान होता है, हम अपनी उपेक्षा के विरुद्ध सोचते हैं, यही विचार हमें संघर्ष की प्रेरणा देती है और संघर्ष संगठित होकर ही किया जाता है। बाबासाहेब का दिया संविधान हमें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता का अवसर देता है। इस संविधान के चलते हमें आरक्षण मिला। बाबा साहेब न होते तो समाज वर्ग विभाजन के ऊपर नहीं उठ पाता। उन्होंने हमें दुनिया का सबसे अच्छा संविधान दिया, जिसने शिक्षा, समानता और नौकरी का अधिकार दिया है।

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छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य जहां बच्चे की जन्म के तुरंत बाद दिया जाता है जाति प्रमाण पत्र

सीएम बघेल ने आगे कहा, बाबा साहब के रास्तों पर चलते हुए हमारी सरकार ने जाति प्रमाण पत्र का सरलीकरण किया है। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहां यदि माता-पिता के पास जाति प्रमाण पत्र है तो बच्चे को पैदा होते ही उसका जाति प्रमाण पत्र दे दिया जाता है। बाबा साहेब ने शिक्षा को सबसे ज्यादा महत्व दिया। उनकी नीति को आत्मसात करते हुए हमने आज लिए निर्णय में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल जहां बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में उत्कृष्ट शिक्षा दी जाती है, वहां कक्षा में प्रवेश 40 से बढ़ाकर 50 बच्चों की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य कर एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा , रायपुर महापौर ऐज़ाज़ ढेबर, गुरू घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष केपी खांडे एवं अंबेडकर समारोह आयोजन समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ सरकार की बड़ी घोषणा, बीपीएल राशन कार्ड धारकों को मिलेगा पांच लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज

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Chhattisgarh today news: रायपुर। छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के बाद राज्य सरकार ने अब राशन कार्ड धारकों को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम भूपेश बघेल की पहल पर राज्य के बीपीएल राशन कार्ड धारकों को पांच लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज मुहैया कराने के लिए डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना शुरू की जा चुकी है। अब राज्य शासन के द्वारा किडनी के मरीजों के लिए निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा भी दी जा रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय नि:शुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के तहत राज्य के आठ जिला अस्पतालों में ‘जीवन धारा’ नाम से निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है। किडनी रोगों से ग्रस्त मरीजों को लंबे समय तक बार-बार डायलिसिस कराना पड़ता है। इससे उन पर बड़ा आर्थिक बोझ पड़ता है। स्थानीय स्तर पर ही डायलिसिस की सुविधा मिलने से किडनी रोगों से पीड़ितों को अब दूर नहीं जाना पड़ रहा है। इससे मरीजों और उनके परिजनों के श्रम, धन और समय की भी बचत हो रही है।

बघेल सरकार का फैसला, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं लगाने पर नहीं लगेगा जुर्माना

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के आठ जिलों दुर्ग, कांकेर, कोरबा, बिलासपुर, जशपुर, सरगुजा, महासमुंद और बीजापुर में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके लिए जशपुर, दुर्ग व कांकेर जिले में पांच-पांच, अंबिकापुर व महासमुंद में चार-चार, कोरबा में छह, बीजापुर में तीन एवं बिलासपुर में चार (सिम्स मेडिकल कॉलेज में तीन और बिलासपुर कोविड अस्पताल में एक), इस तरह कुल 36 मशीनों की स्थापना की गई है। राष्ट्रीय निःशुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के तहत अब तक आठ जिला अस्पतालों में कुल 23 हजार 129 डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं। इनमें से दुर्ग जिले में 4885, कोरबा में 4872, कांकेर में 4230, बिलासपुर में 3504, महासमुंद में 2631, सरगुजा में 1390, बीजापुर में 942 एवं जशपुर में 675 सेशन किए गए हैं।

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प्राइवेट अस्पताल में एक बार डायलिसिस का खर्च 700 से 1200 रूपए, राज्य सरकार कर रही निःशुल्क

निजी अस्पतालों में एक बार डायलिसिस कराने का 700 रूपए से 1200 रूपए लगता है, जबकि राज्य शासन द्वारा निःशुल्क यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। विभिन्न जिलों के शासकीय अस्पतालों में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा से दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को डायलिसिस के लिए दूर जाना नहीं पड़ रहा है। इससे उनका पैसा और समय दोनों बच रहा है।

Chhattisgarh government decision: बघेल सरकार का फैसला, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं लगाने पर नहीं लगेगा जुर्माना

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Chhattisgarh News: रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वालों को जुर्माना नहीं देना होगा। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के कम होते मामलों के बाद राज्य शासन ने यह निर्णय लिया है। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने की स्थिति में 500 रूपये जुर्माना को निलंबित कर दिया है।

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अधिकारियों ने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने मास्क नहीं पहनने पर लगने वाले ​जुर्माने को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के संबंध में आदेश जारी किया है। उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य शासन ने पिछले वर्ष 25 मार्च को आदेश जारी कर सार्वजनिक स्थलों में मास्क या फेसकवर नहीं पहनने वालों पर 500 रुपये जुर्माना लगाने का फैसला किया था। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के बाद से मामलों में कमी आई है। राज्य में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के तीन मामले सामने आए हैं तथा संक्रमण दर 0.06 फीसदी है।

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में 1962 नालों के निर्माण के लिए जारी हुए 392 करोड़ रुपये

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक हजार 962 नालों के 8.17 लाख हेक्टेयर जल ग्रहण क्षेत्र में लगभग 38 लाख भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं को लेकर चल रहे निर्माण के लिए 392 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है। यह राशि राज्य सरकार की ओर से संचालित सुराजी गांव योजना के तहत नरवा विकास कार्यक्रम के तहत कैम्पा की वार्षिक कार्य योजना 2021-22 के तहत जारी की गई है।

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सीएम भूपेश बघेल की विशेष पहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य के वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए बड़े तादाद में जल स्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य लिया गया है। कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के तहत प्रदेश के दो राष्ट्रीय उद्यान, दो टाईगर रिजर्व, 01 सामाजिक वानिकी तथा 01 एलीफेंट रिजर्व सहित 30 वन मंडलों के नालों में भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाएं निर्मित की जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य प्रतिकरात्मक वनरोपण, निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैम्पा) मद से बनने वाली इन जल संग्रहण संरचनाओं से वनांचल में रहने वाले लोगों और वन्य प्राणियों के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

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किसानी सुविधा के साथ हरियाली भी बढ़ेगी

नाले में पानी का भराव रहने से आस-पास की भूमि में नमी बनी रहेगी। इससे खेती-किसानी में सुविधा के साथ-साथ आय के स्रोत और हरियाली में भी वृद्धि होगी।
इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि नरवा विकास योजना के तहत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2021-22 के अंतर्गत गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान सरगुजा के 50 नालों में 96 हजार 850 तथा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जगदलपुर के 7 नालों में 13 हजार 559 संरचनाओं का निर्माण किया किया जा रहा है। इसी तरह इन्द्रावती टाइगर रिजर्व बीजापुर के 93 नालों में एक लाख 80 हजार 847 तथा अचानक मार्ग टायगर रिजर्व लोरमी के 52 नालों में एक लाख से अधिक संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा एलीफेंट रिजर्व सरगुजा के 64 नालों में एक लाख 23 हजार 580 तथा अनुसंधान एवं विस्तार जगदलपुर के अंतर्गत 33 नालों में 63 हजार से अधिक संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।

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जानें बिलासलपुर में कहां-कहां हो रहा निर्माण

वन मंडलवार बिलासपुर के 50 नालों में 96 हजार 850, मरवाही के 128 नालों में 2 लाख 48 हजार 516, कोरबा के 83 नालों में एक लाख 59 हजार 802 तथा कटघोरा के 50 नालों में 96 हजार 850 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। रायगढ़ के 19 नालों में 36 हजार 415, धरमजयगढ़ के 86 नालों में एक लाख 65 हजार 613, जांजगीर-चांपा के 5 नालों में 9 हजार 685 तथा मुंगेली के 35 नालों में 68 हजार 614 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।

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रायपुर के कितने नाला निर्माण को लेकर जारी हुई राशि

रायपुर के छह नालों में 12 हजार, बलौदाबाजार के 97 नालों में एक लाख 87 हजार 970, धमतरी के 10 नालों में 19 हजार 757, सुकमा के 65 नालों में एक लाख 24 हजार 936, बीजापुर के 28 नालों में 53 हजार 752 तथा दंतेवाड़ा के 5 नालों में 10 हजार 575 संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। जशपुर के 50 नालों में 96 हजार 850, सरगुजा के 49 नालों में 94 हजार 913, सूरजपुर के 35 नालों में 68 हजार 279, बलरामपुर के 136 नालों में 2 लाख 64 हजार 987 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। कोरिया के 123 नालों में 2 लाख 37 हजार 669, मनेन्द्रगढ़ के 85 नालों में एक लाख 63 हजार 676, कांकेर के 74 नालों में एक लाख 43 हजार 904 तथा पूर्व भानुप्रतापपुर के 25 नालों में 48 हजार 426 संरचनाओं का निर्माण हो रहा है। वन मंडलवार केशकाल के 33 नालों में 64 हजार 260, पश्चिम भानुप्रतापपुर के 43 नालों में 82 हजार 710, दक्षिण कोण्डागांव के 75 नालों में एक लाख 44 हजार 451 तथा नारायणपुर के 60 नालों में एक लाख 16 हजार 220 संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।

Chhattisgarh by-election: दो लाख मतदाता आज करेंगे खैरागढ़ विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला, वोटिंग जारी

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Chhattisgarh latest news: राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित राजनांदगांव जिले की खैरागढ़ विधानसभा सीट के लिए मंगलवार सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राजनांदगांव जिले में निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारियों ने यहां बताया कि खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदाता शाम पांच बजे तक मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। मतों की गिनती 16 अप्रैल को होगी। उन्होंने बताया कि खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 291 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 53 केंद्र अतिसंवेदनशील, 11 संवेदनशील और 86 राजनैतिक रूप से संवेदनशील हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में दो लाख 11 हजार 516 मतदाता हैं, जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या एक लाख छह हजार 266 तथा महिला मतदाता एक लाख पांच हजार 250 हैं। अधिकारियों ने बताया कि संगवारी मतदान केंद्र में महिला मतदाताओं से मतदान कराने के लिए केवल महिला अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

केन्द्रीय पुलिस बल की 22 कंपनियां तैनात

उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए केंद्रीय पुलिस बल की 22 कंपनियों को तैनात किया गया है। वहीं, ईवीएम मशीन के ‘स्ट्रांग रूम’ की सुरक्षा के लिए केंद्रीय पुलिस बल की एक कंपनी को तैनात किया गया है। साथ ही छह सीसीटीवी कैमरे ‘स्ट्रांग रूम’ के चारों तरफ निगरानी के लिए लगाए गए हैं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद रिक्त हुई इस सीट के लिए 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता कांग्रेस के बीच होने की संभावना है।

ज्यादातर कांग्रेस का रहा खैरागढ़ विधानसभा सीट पर कब्जा

खैरागढ़ विधानसभा सीट पर ज्यादातर समय कांग्रेस का कब्जा रहा है, लेकिन 2018 में भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर के बावजूद कांग्रेस इस सीट को नहीं जीत सकी थी। इस सीट पर पार्टी को तीसरे स्थान पर ही संतोष करना पड़ा था। इस चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की कुल 90 सीट में से 68 पर, भाजपा ने 15 सीट पर और जनता कांग्रेस तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन ने सात सीट पर जीत हासिल की थी। खैरागढ़ उपचुनाव के लिए भाजपा ने एक बार फिर पूर्व विधायक कोमल जंघेल को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने महिला उम्मीदवार यशोदा वर्मा पर भरोसा जताया है। जंघेल और वर्मा दोनों अन्य पिछड़ा वर्ग के लोधी जाति से संबंधित हैं। खैरागढ़ क्षेत्र में लोधी जाति की संख्या अधिक है। वहीं, जनता कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए वकील और खैरागढ़ राजपरिवार के दामाद नरेंद्र सोनी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन योजना लागू, तीन लाख कर्मचारियों को मिलेगा सीधा लाभ

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Chhattisgarh News: रायपुर। छत्तसीगढ़ के तीन लाख कर्मचारियों को राज्य सरकार ने बढ़ा तोहफा दिया है। सीएम भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले से नवीन अंशदायी पेंशन योजना के अधिकारी-कर्मचारियों को भी अब पुरानी पेंशन योजना का लाभ इसी साल से मिलने लगेगा। बतादें कि विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा की थी। राज्य सरकार के विभिन्न कर्मचारी संगठन लम्बे समय से 01 नवंबर 2004 तथा उसके पश्चात् नियुक्त कर्मचारियों पर नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग कर रहे थे।

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मूल सैलेरी से होगी 12 प्रतिशत की कटौती

वित्त विभाग द्वारा पुरानी पेंशन योजना के संबंध में जारी निर्देश के अनुसार भविष्य निधि में 01 अप्रैल 2022 से मूल वेतन का 12 प्रतिशत की कटौती करने का निर्देश जारी कर दिया है। इसी प्रकार वर्ष 2004 एवं उसके पश्चात् नियुक्त राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतन से नवीन अंशदायी पेंशन योजना के लिए की जा रही 10 प्रतिशत मासिक कटौती 01 अप्रैल 2022 से समाप्त कर दी गई है। जारी निर्देश में यह भी उल्लेख किया है कि सामान्य भविष्य निधि की कटौती का ब्योरा संचालनालय, कोष लेखा एवं पेंशन स्तर पर पृथक से रखा जाएगा तथा संबंधित कर्मचारियों के नवीन सामान्य भविष्य निधि खाता क्रमांक आबंटित होने पर यह राशि उसमे दर्शायी जाएगी।